अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना घाट समेत किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा। उपराज्यपाल की अध्यक्षता वाली दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने छठ पूजा को लेकर निर्देश जारी किए हैं। डीडीएमए ने कहा कि कोविड के मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला लिया है। प्राधिकरण ने लोगों को सलाह दी है कि वह अपने घर पर ही सुरक्षित तरीके से छठ पूजा मनाएं।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों/सार्वजनिक मैदानों/नदी के किनारे, मंदिरों आदि में छठ पूजा उत्सव की अनुमति नहीं दी जाएगी और जनता को सलाह दी जाती है कि वे इसे अपने घरों में मनाएं। दिल्ली में कोविड निवारक उपाय 15 नवंबर तक जारी रहेंगे। पिछले साल भी दिल्ली सरकार ने छठ पूजा मानने पर रोक लगा दी थी।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों/सार्वजनिक मैदानों/नदी के किनारे, मंदिरों आदि में छठ पूजा उत्सव की अनुमति नहीं दी जाएगी और जनता को सलाह दी
जाती है कि वे इसे अपने घरों में मनाएं। दिल्ली में कोविड निवारक उपाय 15 नवंबर तक जारी रहेंगे। पिछले साल भी दिल्ली सरकार ने छठ पूजा मानने पर रोक लगा दी थी।
डीडीएमए ने कहा है कि इसका आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं होगी। मगर कोई निजी तौर पर अपने निजि स्थल पर मनाना चाहता है तो कर सकता है। मगर इस दौरान भीड़, सामाजिक दूरी समेत कोविड से बचाव के सभी उपाय होने चाहिए। प्राधिकरण ने लोगों को सलाह दी है कि वह अपने घर पर ही सुरक्षित तरीके से छठ पूजा मनाएं। दिल्ली सरकार ने सभी जिलाधिकारियों, जिला पुलिस उपायुक्तों समेत सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों, नदी किनारे, मंदिरों आदि में छठ पूजा न हो।
गौरतलब है कि दिल्ली में हर वर्ष धूमधाम से छठ पूजा मनाई जाती है। छठ पर्व बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले लाखों लोग यमुना नदी के किनारों व कृत्रिम तालाबों पर एक साथ पूजा करते हैं। लेकिन कोरोना महामारी के चलते पिछले 1 साल से छठ पूजा के सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा रहा है।
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